वो पेड़ काट कर रहे हैं तो अब फूलों को लगायेंगे,
अगर यहां सिर्फ तितलियों रहेंगी फिर ये परिंदे कहां जाएंगे ?
मुमकिन है, कल तेरा आशियाना महके फूलों की कलियों से,
मगर ये परिंदे तुझे बद्दुवाएं दे कर जाएंगे।।
***आशीष रसीला***

वो पेड़ काट कर रहे हैं तो अब फूलों को लगायेंगे,
अगर यहां सिर्फ तितलियों रहेंगी फिर ये परिंदे कहां जाएंगे ?
मुमकिन है, कल तेरा आशियाना महके फूलों की कलियों से,
मगर ये परिंदे तुझे बद्दुवाएं दे कर जाएंगे।।
***आशीष रसीला***