अर्ज़ किया है,
———————-
मैंने कुछ गलतियां कि है मगर, तुम मुझे गलत मत कहो,
मैं थोड़ा नादान हूं जरूर मगर, तुम मुझे पागल मत कहो।
माना कि इश्क़ करने का सलीका, मुझको नहीं आता,
अभी मुझे मुहब्बत नहीं हुई है, तुम मुझे बेवफ़ा मत कहो।।
***आशीष रसीला***

अर्ज़ किया है,
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मैंने कुछ गलतियां कि है मगर, तुम मुझे गलत मत कहो,
मैं थोड़ा नादान हूं जरूर मगर, तुम मुझे पागल मत कहो।
माना कि इश्क़ करने का सलीका, मुझको नहीं आता,
अभी मुझे मुहब्बत नहीं हुई है, तुम मुझे बेवफ़ा मत कहो।।
***आशीष रसीला***